जावरा ब्लॉक में 29 हजार 518 बच्चों की स्वास्थ्य जांच करेंगे, 22 से शुरू होगा अभियान
सीबीएमओ बोले : दस्तक अभियान केवल एक कार्यक्रम नहीं बल्कि बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने की जिम्मेदारी भी है

जावरा. जिलेभर में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी रतलाम डॉ. संध्या बेलसरे के निर्देशन में बाल स्वास्थ्य एवं पौषण सुधार के लिए 22 जुलाई से 16 सितंबर 25 तक डायरिया सह दस्तक अभियान चलाया जाएगा। जावरा ब्लॉक के प्रभारी सुपरवाइजर शैलेन्द्र कुमार दवे ने बताया जावरा ब्लॉक में भी दस्तक अभियान के अंतर्गत 29 हजार 518 बच्चों की जांच करके उन्हें चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएगी। इसके लिए गुरुवार को आशा कार्यकर्ताओं को दस्तक अभियान का प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान सीबीएमओ डाॅ. शंकरलाल खराड़ी ने कहा कि सुपरवाइजर दस्तक अभियान की सघन मॉनिटरिंग करें। गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों को तत्काल पोषण पुनर्वास केंद्र जावरा में भर्ती कराए। दस्तक अभियान का मुख्य लक्ष्य बाल मृत्यु दर में कमी लाना है। 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को बाल्यकालीन बीमारियों से बचाना है। उन्हें स्वास्थ एवं पौषण सेवाएं प्रदान करना है। अभियान के दौरान एएनएम, आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तय मापदंड पर बच्चों की जांच करेंगे। जरूरत अनुसार जिंक टेबलेट, ओआरएस एवं अन्य जरूरी दवाईयां प्रदान करेंगे।
दस्तक अभियान के तहत होंगे यह कार्य
बीईई बसंतिलाल मईडा, बीपीएम रघुनंदन पाटीदार ने बताया कि दस्तक अभियान के तहत निमोनिया एवं कुपोषण की पहचान करेंगे। इसका प्रबंधन, एचबी मीटर से एनीमिया की स्क्रीनिंग, दस्त रोग की पहचान एवं इलाज के लिए ओआरएस, जिंक टेबलेट की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे। विटामिन ए की खुराक भी बच्चों को पिलाई जाएगी। दस्तक अभियान केवल एक कार्यक्रम नहीं बल्कि बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने की जिम्मेदारी भी है। सभी कर्मचारी पूरी गंभीरता एवं समर्पण के साथ इस अभियान को संचालित करें। प्रशिक्षण में सुपरवाइजर अनिल पटेल, दिनेश उपाध्याय, पूनम दायम, फरजाना, सुनीता मतानीया, मनीषा सोनी, सीमा भाटी आदि उपस्थित थे।
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