जावरा में पहली बार विशाल भंडारा : दो लाख से अधिक लोगों ने महा भंडारे में ग्रहण की प्रसादी

ब्रह्मलीन संतश्री 1008 श्री मंगलदास जी महाराज की स्मृति में हुआ ऐतिहासिक आयोजन

जावरा में पहली बार विशाल भंडारा : दो लाख से अधिक लोगों ने महा भंडारे में ग्रहण की प्रसादी

रतलाम. जिले के जावरा की अरनियापीथा मंडी प्रांगण में 30 अगस्त 2025 शनिवार को महा भंडारा हुआ। ब्रह्मलीन संतश्री 1008 श्री मंगलदास जी महाराज की स्मृति में सर्व हिंदू समाज एवं गुरु भक्त मंडल ने मिलकर ये आयोजन किया। इसमें करीब 60 से ज्यादा गांव के लगभग 10 हजार लोग तो सेवाएं देने पहुंचे। वहीं विभिन्न जिलों व राज्यों से आए करीब दो लाख से अधिक गुरु भक्तों ने महा भंडारे में प्रसाद ग्रहण की।

             इतने बड़े स्तर पर पहली बार कोई महा भंडारा हुआ और सभी ने जाजम पर बैठकर संतुष्टि से महाप्रसाद ग्रहण की। इसे लेकर पुलिस और प्रशासनिक अफसर व कर्मचारी भी महा भंडारे में सेवाएं देने वाले भक्तों की तारीफ करते नहीं थके, क्योंकि दो लाख लोग जहां जुटे वहां बिना किसी परेशानी और बिना किसी अव्यवस्था के आयोजन सआनंद संपन्न हो गया। ये गुरुदेव की महिमा है जो उम्मीद और अनुमान से अधिक गुरु भक्त महा भंडारे में पहुंचे और सभी ने महाप्रसादी ग्रहण की है।

            14 अगस्त 2025 को संतश्री 1008 श्री मंगलदास जी महाराज ब्रह्मलीन हुए थे। वे करीब 10 सालों से जावरा-मंदसौर फोरलेन के रूपनगर फंटा स्थित आश्रम में विराजमान होकर यहां श्री बालाजी की आराधना कर रहे थे। उनके खाचरौद, नामली सहित अन्य स्थानों पर भी आश्रम है। कई जिलों में उनके अनुयायी थे जो महा भंडारे में सैलाब की तरह उमड़े। पूरा प्रशासन और पुलिस भी मुस्तैद रही। महा भंडारे के दौरान करीब 1 हजार यूनिट रक्तदान भी श्रद्धालुओं ने किया है। सुबह 10.30 बजे सबसे पहले 500 से अधिक साधु-संतों ने ब्रह्मभोज किया। फिर आम गुरु भक्तों के भोजन प्रसादी का सिलसिला शुरू हुआ जो देरशाम तक जारी रहा। ये दिन जावरा ही नहीं बल्कि पूरे रतलाम जिले के इतिहास में दर्ज हो गया है। हर किसी ने कहा कि इससे बड़ा और सुव्यवस्थित भंडारा पहले कभी नहीं देखा है। सामाजिक समरसता और एकता का भी यहां अनुठा उदाहरण पेश हुआ।