बहुत ही पुण्य अर्जन के बाद मिलता है परमात्मा के अभिषेक का लाभ : साध्वी डॉ. अमृतरसा श्रीजी

22वें तीर्थंकर श्री नेमीनाथ परमात्मा के जन्म कल्याणक पर निकला चल समारोह

बहुत ही पुण्य अर्जन के बाद मिलता है परमात्मा के अभिषेक का लाभ : साध्वी डॉ. अमृतरसा श्रीजी

जावरा. जब-जब भी किन्हीं तीर्थंकर परमात्मा का जन्म होता है तब-तब जंबू द्वीप के अंदर स्थित मेरु पर्वत पर उनका अभिषेक होता है। 32 लाख विमान के मालिक देवों के राजा इंद्र महाराजा बेल के रूप में अपने सींग में जल भरकर परमात्मा का अभिषेक करते है। हम भाग्यशाली है जो आज परमात्मा का अभिषेक होते देख रहे है। 

           यह बात साध्वी भगवंत डॉ. अमृतरसा श्री जी ने 22वें तीर्थंकर श्री नेमीनाथ परमात्मा के जन्म कल्याणक के अवसर पर धर्मसभा में मंगलवार को कही। सुबह परमात्मा की प्रतिमा का चल समारोह पीपली बाजार उपाश्रय से निकलकर शहर के विभिन्न मार्गों से होता हुआ खाचरौद नाका बीएलएम पैलेस पहुंचा। वहां धर्मसभा में परिवर्तित हो गया। इसमें साध्वीजी की निश्रा मे लाभार्थी प्रेमराज प्रतीक पुनीत चोरड़िया परिवार द्वारा परमात्मा के अभिषेक का लाभ लिया गया।

      साध्वी जी भगवंत ने लाभार्थी चोरड़िया परिवार की अनुमोदना करते हुए कहा कि बहुत ही पुण्य अर्जन के बाद परमात्मा के अभिषेक का लाभ मिलता है। श्री संघ एवं चातुर्मास समिति द्वारा लाभार्थी परिवार का बहुमान किया गया। इस अवसर पर सिद्धि तप तपस्या की पूर्णाहुति कार्यक्रम की विभिन्न बोलियों हेतु बिछाई जाने वाली जाजम की बोली लगाई गई। जिसका लाभ दिलीप अशोक पवन अमन कटारिया परिवार ने लिया। साध्वीजी भगवंत ने जाजम का  वासक्षेप किया। परमात्मा के माता पिता बनने एवं श्री संघ के स्वामीवात्सल्य का लाभ चोरड़िया परिवार ने ही लिया।  श्री संघ के सदस्य मौजूद रहे।