अरनियापीथा मंडी प्रांगण में 30 अगस्त को होगा संतों का समागम और महा भंडारा, तैयारियों में जुटे गुरु भक्त

श्रीश्री 1008 श्री अवधूत ब्रह्मलीन संतश्री मंगलदास जी महाराज के महाप्रयाण की स्मृति में होगा भव्य आयोजन, 23 अगस्त को बनेगी कार्यक्रम की रूपरेखा

अरनियापीथा मंडी प्रांगण में 30 अगस्त को होगा संतों का समागम और महा भंडारा, तैयारियों में जुटे गुरु भक्त

संतश्री 1008 श्री अवधूत ब्रह्मलीन श्री मंगलदासजी महाराज

रतलाम. जावरा-मंदसौर फोरलेन के रूपनगर फंटा स्थित श्री हनुमान मंदिर एवं आश्रम के श्रीश्री 1008 श्री अवधूत ब्रह्मलीन संतश्री मंगलदास जी महाराज के महाप्रयाण की स्मृति में उनके गुरु भक्त और आश्रम सेवा समिति मिलकर 30 अगस्त शनिवार को सुबह 10 बजे ब्रह्मभोज, संत भोज, कन्या भोज के साथ ही महा भंडारे का आयोजन करेंगे। ये आयोजन अरनियापीथा कृषि उपज मंडी प्रांगण में होगा। इसमें हजारों की तादाद में श्रद्धालु जुटने का अनुमान है।

            कई राज्यों से संत भी आएंगे और मंडी प्रांगण में 30 अगस्त को एक तरह से संत समागम भी होगा। यहां ब्रह्म भोज, संत भोज और कन्या भोज के बाद महा भंडारे का आयोजन होगा। जिसमें श्रद्धालु महाप्रसादी ग्रहण करेंगे। आयोजन काफी बड़े स्तर पर होना है। इसके लिए गुरु भक्त दिल खोलकर दान भी दे रहे है। कार्यक्रम की भव्यता और व्यवस्था के लिए गुरु भक्तों की एक दौर की बैठक हो चुकी है। अब आश्रम सेवा समिति और गुरु भक्त मिलकर 23 अगस्त शनिवार को दोपहर 12 बजे फिर से रूपनगर फंटा स्थित मंदिर एवं आश्रम परिसर में बैठक करेंगे। इसमें 30 अगस्त को होने वाले समस्त कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की जाएगी। बैठक में कई संत और जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे। ज्ञात रहे कि आश्रम के महान संतश्री 1008 श्री मंगलदास जी महाराज 14 अगस्त की सुबह ब्रह्मलीन हुए और उन्हीं के इस पवित्र महाप्रयाण की स्मृति में यह महा भंडारा आयोजित किया जाना है। आश्रम के संत श्री प्रहलाददास जी महाराज ने बताया कि रुपनगर फंटा स्थित आश्रम में ब्रह्मलीन संतश्री मंगलदास जी की प्रतिमा स्थापना और मंदिर का निर्माण भी गुरु भक्त मिलकर करेंगे।

संतश्री के महाप्रयाण दिवस पर अंतिम दर्शन करने के लिए भी हजारों की तादाद में श्रद्धालु रूपनगर आश्रम पहुंचे थे।