महान संतश्री मंगलदास जी महाराज ब्रह्मलीन, अंतिम दर्शन को पहुंच रहे श्रद्धालु

जावरा-मंदसौर फोरलेन के रूपनगर फंटे पर स्थित आश्रम परिसर में हुआ अग्नि संस्कार, हजारों गुरु भक्त आए

महान संतश्री मंगलदास जी महाराज ब्रह्मलीन, अंतिम दर्शन को पहुंच रहे श्रद्धालु

रतलाम. मालवा क्षेत्र के परम पूज्य महान संतश्री 1008 श्री मंगलदास जी महाराज 14 अगस्त 2025 गुरुवार की सुबह ब्रह्मलीन हो गए। उन्होंने सुबह 6 बजे रूपनगर फंटा स्थित श्री हनुमान मंदिर और आश्रम में बालाजी की महाआरती और हवन किया। इसके बाद उनका प्रभु मिलन हो गया। जैसे ही इस पवित्र और महान आत्मा के परमात्मा से मिलन की खबर क्षेत्र में फैली उनके अनुयायी और श्रद्धालुओं की आंखें नम हो गई। सूचना मिलते ही हर कोई उनके अंतिम दर्शन करने के लिए पहुंचने लगा। गुरुदेव श्री 1008 श्री मंगलदास जी महाराज का आश्रम खाचरौद और नामली में भी है। इसलिए दोनों जगह उनका पार्थिव देह अंतिम दर्शन के लिए ले जाया गया है। शाम 6 बजे जावरा-मंदसौर फोरलेन किनारे रूपनगर फंटा स्थित श्री हनुमान मंदिर के पास आश्रम परिसर में संतश्री पंचतत्व में विलिन हुए। गुरुदेव की प्रेरणा और आशीर्वाद से ही रूपनगर फंटा हनुमान जी मंदिर परिसर में नियमित भंडारा संचालित किया जा रहा है। यहां रोज सैकड़ाें श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करते है। बताया जा रहा है कि महान संतश्री 1008 श्री मंगलदास जी महाराज मूलत: खाचरौद तहसील के गांव बोरदिया निवासी है और सालों पहले उन्होंने सांसारिक जीवन त्याग करके सन्यास ग्रहण किया और प्रभु भक्ति में लीन हो गए। अग्नि संस्कार के पहले अंतिम दर्शन के लिए हजारों की तादाद में गुरु भक्त रूपनगर फंटा स्थित आश्रम पहुंचे।

संतश्री 1008 श्री मंगलदास जी महाराज के दर्शन का वीडियो देखने के लिए यह लिंक क्लिक करें और यू-ट्यूब चेनल को लाइक व सब्सक्राइब जरूर करें https://youtube.com/shorts/rHkn4JCH-wU?si=y3kRoqcZbV6iMiCI

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