जावरा में स्मार्ट मीटर के खिलाफ लामबंद हुए उपभोक्ता, बिजली कंपनी कार्यालय का घेराव
निराकरण कैंप लगेगा, विवादित बंद कनेक्शन फिर जोड़ेंगे, मीटर हटाने को लेकर ऊपर से मार्गदर्शन लेंगे। इन तीन लिखित आश्वासन के साथ समाप्त हुआ धरना

धरना प्रदर्शन के दौरान एसई मनोज शर्मा मांगों के निराकरण का आश्वासन देते हुए
बिजली पीड़ित उपभोक्ता संघर्ष समिति के नेतृत्व में हुआ प्रदर्शन
रतलाम. रतलाम जिले के जावरा नगर में बिजली कंपनी द्वारा लगाए गए स्मार्ट मीटर से उपभोक्ताओं का गुस्सा सातवें आसमान पर है। कुछ प्रभावित उपभोक्ताओं ने बिजली पीड़ित उपभोक्ता संघर्ष समिति बनाकर इन स्मार्ट मीटर के खिलाफ हल्ला बोल दिया। स्मार्ट मीटर हटाओ अभियान के नाम से मुहिम शुरू कर दी और उपभोक्ताओं के साथ मिलकर नेतृत्वकर्ताआंे ने 6 अगस्त 2025 की सुबह 11 बजे से तीन घंटे तक बिजली कंपनी के स्थानीय कार्यालय का घेराव किया। परिसर में जाजम बिछाकर धरना शुरू कर दिया। कई उपभोक्ता इस धरने में पहुंचे और कंपनी के खिलाफ नारेबाजी भी की है।
करणीसेना परिवार प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर ने भी इस धरना प्रदर्शन को समर्थन दिया है और वे खुद तथा उनसे जुड़े कार्यकर्ता भी धरना स्थल पहुंचे। जीवन सिंह और उपभोक्ता समिति सदस्यों एडवोकेट उबेद अंसारी, निलेश मेहता, असलम मेव, अली जमान सहित अन्य का कहना है कि बिजली कंपनी ने उपभोक्ताओं की सहमति के बिना ही स्मार्ट मीटर लगा दिए। इन्हें टेस्ट करने के लिए पेरेलल पुराने मीटर लगाने का वादा किया था वह भी नहीं निभाया है। उपभोक्ताओं को ज्यादा खपत बताकर भारी-भरकम बिल दिए जा रहे है। एक दिन चुकने पर बिजली काटी जा रही है। यह कंपनी की मनमानी है और इसी के खिलाफ यह आंदोलन शुरू किया है। जिला पंचायत सदस्य डीपी धाकड़, राजेश भरावा, पूर्व नपाध्यक्ष मोहम्मद यूसुफ कड़पा ने भी बिजली कंपनी के खिलाफ आक्रोश जाहिर किया और जनता की मांगों के निराकरण के लिए आवाज बुलंद की।
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लिखित आश्वासन के बाद खत्म हुआ धरना, यह तीन आश्वासन दिए
जीवन सिंह शेरपुर के साथ ही उपभोक्ता समिति, जनप्रतिनिधि और समाजसेवी नागरिकों की मांग पर बिजली कंपनी के एसई मनोज शर्मा और डीई महेश शंकर दीक्षित ने तीन बिंदु का लिखित आश्वासन दिया। इसमें पहले तो विवादित मामलों में बिल नहीं भरने पर जो बिजली कनेक्शन काटे थे उन्हें 24 घंटे में वापस जोड़ा जाएगा। दूसरा सात दिवसीय कैंप लगाकर सभी उपभोक्ताओं की शिकायत और आपत्ति लेकर उनका निराकरण किया जाएगा और तीसरी मांग बिना सहमति से लगे स्मार्ट मीटर हटाने की थी, उसे लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र भेज कर मार्गदर्शन लेंगे। जैसा वहां से निर्देश मिलेगा। उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। इस लिखित आश्वासन के बाद धरना प्रदर्शन समाप्त हो गया।